HALCHAL INDIA NEWS
हापुड़ : त्योहारों के बाद भी शहर में वाहन खरीदारी का उत्साह कम नहीं हुआ है। ऑटो शो-रूमों पर लगातार भीड़ बनी हुई है, लेकिन कंपनियों के पास सीमित स्टॉक बचा होने के कारण खरीदारों को नई गाड़ी मिलने में देरी हो रही है। कई मॉडल्स के लिए दो सप्ताह से डेढ़ महीने तक की प्रतीक्षा अवधि बताई जा रही है।
नवरात्र और धनतेरस के दौरान बिक्री में जबरदस्त उछाल रहा। त्योहारी सीजन से पहले जीएसटी में कमी होने से ग्राहकों को कीमतों में बड़ा लाभ मिला। व्यापारियों के अनुसार, दोपहिया वाहनों पर 6 से 15 हजार रुपये तक और कारों पर 60 हजार से 1 लाख रुपये तक की कमी ने खरीदारों का उत्साह बढ़ा दिया। इसी वजह से रिकॉर्ड संख्या में वाहन बुक हुए।
अधिक मांग के कारण कंपनियों का स्टॉक तेजी से खत्म हो गया। अब हालात यह हैं कि दोपहिया वाहनों की डिलीवरी आमतौर पर एक से दो हफ्ते बाद मिल रही है, जबकि कारों के लिए चार से छह हफ्ते तक इंतजार करना पड़ रहा है।
रोहन मोटर्स के जीएम मनोज चौधरी बताते हैं कि ग्राहक अब आधुनिक फीचर्स और बेहतर सुरक्षा वाली कारों को प्राथमिकता दे रहे हैं। स्टेयरिंग-आधारित कंट्रोल सिस्टम और सनरूफ वाले मॉडल इस समय सबसे अधिक पसंद किए जा रहे हैं। ये सुविधाएँ ज्यादातर 10 से 15 लाख रुपये की कारों में उपलब्ध हैं, जिनकी मांग काफी बढ़ गई है। लेकिन कंपनी से वाहनों की सप्लाई धीमी होने के कारण डिलीवरी में देरी हो रही है।
टीवीएस शोरूम के चेयरमैन आशीष त्यागी ने कहा कि त्योहारों में भारी बिक्री के बाद स्टॉक लगभग खत्म हो गया। इसी वजह से दोपहिया वाहन खरीदने वालों को भी एक-दो सप्ताह की वेटिंग का सामना करना पड़ रहा है।


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