HALCHAL INDIA NEWS
हापुड़। जिले की 20 लाख से अधिक आबादी ने बुधवार को भी जहरीली हवा में सांस ली। लगातार तीसरे दिन हापुड़ की वायु गुणवत्ता देश में सबसे खराब श्रेणी में बनी रही। गाजियाबाद और नोएडा जैसे एनसीआर के शहरों की तुलना में भी यहां का प्रदूषण स्तर और अधिक खतरनाक रहा। हालांकि पिछले दो दिनों में एक्यूआई में मामूली गिरावट आई है, पर स्थिति अब भी चिंताजनक बनी हुई है।
सोमवार से ही जिले का एक्यूआई ‘गंभीर’ और ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया जा रहा है। हवा में बारीक धूलकणों की अधिकता के कारण लोगों को बाहर निकलते समय सांस लेने में दिक्कत, खांसी, गले में खराश और सीने में भारीपन जैसी समस्याएँ बढ़ गई हैं। कई लोगों की आंखों में जलन और लाल होने की शिकायतें भी सामने आ रही हैं।
बुधवार को एक्यूआई में लगभग 50 अंकों की कमी दर्ज की गई, फिर भी प्रदूषण का स्तर काफी अधिक रहा। सुबह और रात के समय धुंध के कारण सड़कों पर दृश्यता कम हो जाती है, जिससे वाहन चालकों को परेशानी होती है।
तुलनात्मक रूप से बुधवार को गाजियाबाद का औसत एक्यूआई 329, नोएडा का 350 और दिल्ली का 327 रहा, जबकि हापुड़ का स्तर इन सभी से ऊपर दर्ज किया गया।
प्रदूषण कम करने के लिए प्रशासन द्वारा सड़कों पर पानी का छिड़काव और अन्य उपाय जारी हैं।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहायक अभियंता विपुल कुमार ने बताया कि कई विभाग लगातार कार्रवाई कर रहे हैं और हवा की गति बढ़ने पर प्रदूषण में आगे कमी आने की संभावना है।

.jpeg)
.jpeg)
.jpeg)
.jpeg)




Social Plugin