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ठंड बढ़ते ही बच्चों में निमोनिया के मामलों में उछाल


HALCHAL INDIA NEWS

हापुड़ में गिरते तापमान का असर अब बच्चों के स्वास्थ्य पर दिखने लगा है। दिन का तापमान जहां करीब 22 डिग्री तक रह रहा है, वहीं रात का पारा 9 डिग्री के आसपास पहुंच चुका है। मौसम में हो रहे इस बदलाव के कारण कई छोटे बच्चे निमोनिया और सांस संबंधी दिक्कतों से पीड़ित पाए जा रहे हैं।

जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के बाल रोग विभाग में इन दिनों खांसी, तेज बुखार, सीने में घरघराहट और सांस फूलने जैसे लक्षणों वाले बच्चों की संख्या बढ़ी है। डॉक्टरों का कहना है कि यह बदलाव अचानक ठंड बढ़ने और ठंडी हवा के प्रभाव के कारण हो रहा है।

चिकित्सकों के अनुसार, मौसम बदलते समय बच्चे जल्दी संक्रमण की चपेट में आते हैं। सर्दी-जुकाम की शुरुआत अक्सर निमोनिया का रूप ले लेती है, यदि समय रहते उपचार न मिले। कई बच्चों में लगातार खांसी और सांस लेने में कठिनाई के मामले सामने आ रहे हैं।

जिला अस्पताल की बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. हेमलता सिंह ने बताया कि निमोनिया फेफड़ों को प्रभावित करने वाला गंभीर संक्रमण है। सोमवार को जिला अस्पताल में ऐसे लगभग 10 बच्चे और सीएचसी में 15 बच्चे इलाज के लिए पहुंचे। उन्होंने चेतावनी दी कि इलाज में देरी होने पर यह बीमारी गंभीर रूप ले सकती है।

डॉक्टरों की सलाह:

  • बच्चों को गर्म कपड़े पहनाएं और ठंड से बचाएं

  • गुनगुना पानी पिलाएं

  • संतुलित और पौष्टिक भोजन दें

  • भीड़भाड़ व खुले में ठंडी हवा वाले स्थानों से दूर रखें

  • नंगे पैर चलने और गंदे पानी में खेलने से रोकें

  • तेज बुखार, लगातार खांसी या सांस लेने में दिक्कत होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें

समय पर पहचान और सावधानी से बच्चों को निमोनिया जैसी गंभीर बीमारी से सुरक्षित रखा जा सकता है।