HALCHAL INDIA NEWS
हापुड़। जिले में ऐसे लगभग 4,700 बच्चों की पहचान हुई है जिन्हें अब तक नियमित टीकाकरण नहीं मिल सका। इन बच्चों को गंभीर बीमारियों से बचाने के लिए बुधवार से एक माह तक चलने वाला विशेष टीकाकरण अभियान आरंभ किया गया। शुरुआत मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील त्यागी ने बच्चों को दवा पिलाकर की।
सीएमओ ने बताया कि जन्म से पांच वर्ष तक के बच्चों को समय पर टीके लगाए जाएं तो कई गंभीर संक्रमणों का खतरा काफी कम हो जाता है। छूटे हुए बच्चों को इस अभियान के तहत पूरा टीका-चक्र दिलाया जाएगा। अभिभावकों से अपील की गई है कि वे टीकाकरण में कोई देरी न करें।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. योगेश गुप्ता के अनुसार, बच्चों को 12 तरह की बीमारियों से सुरक्षा के लिए पांच वर्षों में सात अलग-अलग चरणों में टीके लगते हैं। इनमें पेंटा-1, एमआर-1, एमआर-2 और डीपीटी बूस्टर-2 खास तौर पर शामिल हैं। अभियान की शुरुआत कोठीगेट स्थित महिला अस्पताल से की गई।
ठंड बढ़ने पर बीमारियों का प्रकोप तेज
मौसम में गिरते तापमान के साथ ही बच्चों में निमोनिया और वायरल संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। बुधवार को जिला अस्पताल के बाल रोग विभाग में 120 से अधिक बच्चे उपचार के लिए पहुंचे।
सीएचसी के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. समरेंद्र राय ने बताया कि नियमित टीकाकरण कराने वाले बच्चों में निमोनिया की संभावना काफी कम रहती है, जबकि बिना टीके वाले बच्चे संक्रमण की चपेट में जल्दी आते हैं।

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