HALCHAL INDIA NEWS
हापुड़। हवा की रफ्तार बढ़ने से बुधवार को वायु प्रदूषण के स्तर में हल्की गिरावट जरूर दर्ज की गई, लेकिन इसके बावजूद हापुड़ देश के सबसे प्रदूषित शहरों में दूसरे स्थान पर बना हुआ है। बुधवार को शहर का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 363 रहा, जो मंगलवार की तुलना में 16 अंक कम है।
‘बहुत खराब’ श्रेणी में आने वाली इस हवा से लोगों की दिक्कतें कम होने की बजाय और बढ़ गई हैं। सांस की तकलीफ, आंखों में जलन और लगातार खांसी जैसी समस्याएं लोगों को परेशान कर रही हैं। शहर में उड़ती धूल और उद्योगों से निकल रहा धुआं हालात को और बिगाड़ रहा है।
बुधवार को करीब 10 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चली हवा ने प्रदूषण को थोड़ा कम किया, लेकिन पीएम 2.5 कणों का उच्च स्तर अब भी खतरा बना हुआ है। 20 नवंबर के बाद से जिले की वायु गुणवत्ता लगातार ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की जा रही है।
एनसीआर में सबसे अधिक प्रदूषण नोएडा में रहा, जहां AQI 365 दर्ज हुआ, जो हापुड़ से मात्र दो अंक अधिक है। दूसरी ओर, नगर पालिका की ओर से सड़कों पर पानी का छिड़काव न करने और निगरानी की कमी से शहरवासियों की परेशानी बढ़ती जा रही है।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहायक अभियंता विपुल कुमार के अनुसार, हवा की रफ्तार में सुधार के कारण कुछ राहत मिली है और आने वाले दिनों में स्थिति बेहतर होने की उम्मीद है। बोर्ड के दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने की कोशिशें जारी हैं।

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