ब्रजघाट (हापुड़)। रविवार शाम गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान ब्रजघाट में बड़ा हादसा होते-होते टल गया। दिल्ली से आए श्रद्धालुओं का एक समूह बिना नाव के गंगा में उतर गया, जहां तेज बहाव में दो युवक बहने लगे। मौके पर मौजूद गोताखोरों ने तत्परता दिखाते हुए दोनों को सकुशल बाहर निकाल लिया।
मुख्य घाट से लौटे, श्मशान घाट पर की कोशिश
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दिल्ली से आए श्रद्धालु पहले मुख्य घाट पर प्रतिमा विसर्जन के लिए पहुंचे थे, लेकिन सुरक्षा कारणों से पुलिस और स्थानीय लोगों ने उन्हें गंगा में उतरने से रोक दिया। इसके बाद वे कुछ दूरी पर स्थित श्मशान घाट के पास गंगा किनारे पहुंच गए, जहां बिना नाव और सुरक्षा के गहरे पानी में उतर गए।
तेज बहाव में बहने लगे युवक, मचा हड़कंप
विसर्जन के दौरान गहरे पानी में उतरने पर दो युवक अचानक संतुलन खो बैठे और बहाव के साथ बहने लगे। यह देख उनके साथ मौजूद लोगों ने चीख-पुकार मचानी शुरू कर दी।
गोताखोरों ने दिखाई फुर्ती, बचाई जान
तट पर तैनात गोताखोर तुरंत मोटरबोट लेकर गंगा में उतरे और कुछ ही देर में दोनों युवकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इस दौरान वहां मौजूद श्रद्धालुओं की सांसें अटक गई थीं, लेकिन युवकों के सकुशल बाहर आने पर राहत की सांस ली।
"श्रद्धालुओं को पूर्व में ही घाट से विसर्जन की अनुमति नहीं दी गई थी। इसके बावजूद वे दूसरे स्थान पर जाकर गहरे पानी में उतर गए। गोताखोरों ने समय रहते जान बचा ली।"
— ब्रजघाट चौकी प्रभारी
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