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दिए गए चार करोड़, पर काम धरातल पर रुका — दिवाली से पहले टेंडर नहीं निकाले गए


HALCHAL INDIA NEWS

हापुड़। शहर के कई प्रमुख मार्गों के किनारे इंटरलॉक टाइलें बिछाकर धूल रोकने के लिए शासन की ओर से करीब दो माह पहले चार करोड़ रुपये जारी किए गए थे, पर नगर निगम की टेंडर प्रक्रिया अब तक शुरू नहीं हो पाई है। परिणामी रूप से मेरठ रोड, गढ़ रोड, बुलंदशहर रोड, दिल्ली रोड व फ्रीगंज रोड जैसे व्यस्त मार्गों के किनारे कच्चे रास्ते बने हुए हैं और वहां से लगातार धूल उड़ रही है।

स्थानीय पर्यावरण और स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि दीपावली के बाद जब वायु प्रदूषण सामान्यतः बढ़ता है, तब खुला मिट्टी वाला किनारा समस्या और गंभीर कर देता है। इसी समस्या के निवारण हेतु सात-आठ करोड़ रुपये के प्रस्ताव में से प्रथम किस्त के रूप में चार करोड़ की राशि जारी की गई थी, लेकिन अभी तक निर्माण कार्य के लिए ठेके पर बुलावा (टेंडर) जारी नहीं हुआ।

नगर निगम के निर्माण विभाग में तकनीकी औपचारिकताओं का हवाला देते हुए अधिकारी देरी का कारण बता रहे हैं। दूसरी ओर नागरिक और व्यापारी चिंता में हैं कि यदि काम समय पर शुरू न हुआ तो त्योहारों के बाद धूल के कण वायु गुणवत्ता को और प्रभावित करेंगे।

स्थानीय दुकानदार रवि कुमार ने कहा, “हर साल दिवाली के बाद धूल-धूसरित हवा रहती है — बुजुर्ग और बच्चे बेहाल हो जाते हैं। इंटरलॉक बिछ जाएं तो कम फर्क पड़ेगा, पर समय पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही समझ नहीं आता।”

वहीं, अधिशासी अधिकारी संजय कुमार मिश्रा ने बताया कि टेंडर के लिए आवश्यक कागजात तैयार किए जा रहे हैं और दिवाली से पहले टेंडर निकालने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा, “कुछ तकनीकी शर्तें और उच्चाधिकारी की स्वीकृति शेष है; जैसे ही प्रक्रिया पूरी होगी, कार्य शुरू कर दिया जाएगा।”

नागरिकों का कहना है कि यदि प्रशासन तुरंत कदम नहीं उठाता तो पेय व श्वास संबंधी समस्याओं में इजाफा देखने को मिल सकता है। स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों को भी औसत से अधिक मरीजों के आने का डर है।

विशेषज्ञ सुझाव दे रहे हैं कि तत्काल प्रभावी कदमों में कच्चे किनारों पर अस्थायी रूप से मिट्टी दबाने, यातायात प्रबंधन तथा संदिग्ध निर्माणों पर नियंत्रण शामिल होना चाहिए ताकि त्योहारों के समय वायु प्रदूषण में अनावश्यक बढ़ोतरी रोकी जा सके।