HALCHAL INDIA NEWS
हापुड़। त्योहारों का मौसम शुरू होने से पहले ही जिले की हवा बिगड़ने लगी है। बुधवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 207 पर पहुंच गया, जिससे हवा ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई है। बदलते मौसम के साथ प्रदूषण में अचानक हुई इस बढ़ोतरी ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक इस स्तर की हवा लंबे समय तक बनी रही तो सांस और आंखों की परेशानी वाले मरीजों की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। लोगों को अब खुली हवा में सैर करना भी खतरनाक लगने लगा है।
ग्रेप का पहला चरण लागू, फिर भी हालात बिगड़ते जा रहे
जिले में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का प्रथम चरण लागू हो चुका है, जिसके तहत प्रदूषण नियंत्रण के कुछ जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए। हालांकि, जमीन पर इसके असर नज़र नहीं आ रहे। शहर के कई इलाकों में खुलेआम कूड़ा जलाया जा रहा है, वहीं उद्योगों से निकलता धुआं हवा को लगातार विषैला बना रहा है।
बारिश से मिला था कुछ राहत, अब फिर हवा हुई खराब
बीते दो महीनों में हुई रुक-रुककर बारिश से वातावरण कुछ हद तक साफ रहा था और AQI 100 से नीचे बना हुआ था। लेकिन अब नमी कम होते ही प्रदूषण स्तर में इजाफा हो रहा है। हर दिन बढ़ता AQI आने वाले दिनों के लिए खतरे की घंटी है।
स्वास्थ्य पर दिखने लगे असर, आंखों में जलन और दम घुटने की शिकायतें बढ़ीं
बुधवार सुबह कई लोगों ने आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की। डॉक्टरों का कहना है कि अब बुजुर्गों, बच्चों और अस्थमा मरीजों को विशेष सावधानी बरतनी होगी। यदि हवा का स्तर इसी तरह गिरता रहा तो दिवाली के आसपास यह स्थिति और भी खराब हो सकती है।
दिवाली पर 300 पार जा सकता है एक्यूआई
पर्यावरण विभाग के सूत्रों के मुताबिक यदि प्रदूषण पर नियंत्रण नहीं पाया गया तो दिवाली के आसपास AQI 300 से भी ऊपर पहुंच सकता है। ऐसा हुआ तो यह हवा ‘बहुत खराब’ की श्रेणी में पहुंच जाएगी, जिसका सीधा असर दिल, फेफड़े और आंखों पर पड़ेगा।
प्रशासन की अपील, सहयोग करें नागरिक
स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे खुले में कचरा न जलाएं और दीपावली पर पटाखों का सीमित उपयोग करें। जिला प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है, ताकि लोग अपने स्तर से भी वातावरण को स्वच्छ बनाए रखने में योगदान दे सकें।
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