HALCHAL INDIA NEWS
हापुड़। यात्रियों को शुक्रवार को भी ट्रेन की असमय चलन से भारी असुविधा झेलनी पड़ी। कई लंबी और मध्य दूरी की गाड़ियाँ अपनी निर्धारित समय सारणी से देर से पहुंचीं, जिससे ट्रेनों पर आश्रित लोगों की रात‑दिन की योजनाएँ प्रभावित रहीं।
स्थानीय स्टेशन पर मिली जानकारी के मुताबिक कुछ ट्रेनों को दस‑पंद्रह मिनट से लेकर कई घंटे की देरी हुई। देरी के कारण प्लेटफॉर्म पर यात्रियों का बरबस जमाव और उनका आक्रोश देखा गया। कई यात्रियों ने कहा कि उन्हें अगली कड़ी या लोकल कनेक्शन छूटने का डर बना रहा।
देर से पहुंची प्रमुख गाड़ियाँ (शुक्रवार)
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अमृतसर गरीब रथ एक्सप्रेस (सहरसा→अमृतसर) — लगभग 8 घंटे 38 मिनट की देरी
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आनंद विहार साप्ताहिक एक्सप्रेस (कामाख्या→आनंद विहार) — 4 घंटे 22 मिनट लेट
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गोरखपुर स्पेशल (नई दिल्ली→गोरखपुर) — 1 घंटा 39 मिनट देरी से पहुंची
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आला हजरत एक्सप्रेस (भुज→बरेली) — 14 मिनट देरी
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रानीखेत एक्सप्रेस (जैसलमेर→काठगोदाम) — 11 मिनट लेट
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सिद्धबली जनशताब्दी (कोटद्वार→दिल्ली) — 11 मिनट की देरी
इस सूची के अलावा भी कई लोकल और एक्सप्रेस ट्रेनें शेड्यूल से पीछे रहीं, जिससे यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर खड़े‑खड़े समय गंवाना पड़ा।
रेलवे का दावा
स्टेशन अधीक्षक अजब सिंह ने बताया कि ज्यादातर गाड़ियाँ पीछले स्टेशनों से ही देरी के साथ रवाना हुईं, इसलिए स्थानीय स्तर पर समय पर होने वाली पहुँच प्रभावित हुई। उन्होंने कहा कि देरी के कारणों की जांच की जा रही है और समयबद्ध चलाने के लिए प्रयास जारी हैं।
यात्रियों की नाराज़गी और माँग
यात्री बोले‑
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“सूचना व घोषणा समय पर मिलनी चाहिए ताकि हम वैकल्पिक प्रबंध कर सकें।”
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“लेट होने पर स्टेशन पर पेयजल व शौचालय की सुव्यवस्था और इमरजेंसी इंतजाम बेहतर हों।”
स्थानीय लोग और आवागमन पर निर्भर काफ़िला मांग कर रहे हैं कि रेलवे समयबद्धता पर ध्यान दे और देरी के कारणों पर पारदर्शी जानकारी दे।
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