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गंगा का घटा जलस्तर, लेकिन राहत से अब भी दूर हैं खादर के गांव




HALCHAL INDIA NEWS

गढ़मुक्तेश्वर (जागरण संवाददाता)। गंगा के जलस्तर में मामूली कमी दर्ज की गई है, लेकिन खादर के गांवों में हालात अभी भी सामान्य होने से कोसों दूर हैं। शुक्रवार को जलस्तर में 20 सेंटीमीटर की गिरावट आई, जिससे प्रशासन ने थोड़ी राहत की सांस ली, मगर जमीनी स्तर पर लोग अब भी पानी से घिरे हुए हैं।

गंगा किनारे बसे गांवों में खेतों में पानी जमा होने के कारण पॉलेज और चारे की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। ग्रामीण अब जान जोखिम में डालकर मवेशियों के लिए चारा ला रहे हैं।





स्कूलों में भरा पानी, बच्चों की पढ़ाई प्रभावित

खादर क्षेत्र के कुदैनी गांव के मर्दैया स्थित सरकारी विद्यालय में बाढ़ का पानी भर जाने से पठन-पाठन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई दिनों से बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। कई अन्य स्कूलों में भी जलभराव की स्थिति बनी हुई है।

बाढ़ से अभी भी 12 से अधिक गांव प्रभावित

लगभग एक महीने से खादर के दर्जनों गांव बाढ़ जैसी स्थिति झेल रहे हैं। प्रशासन ने जब राहत की उम्मीद की, तभी बिजनौर बैराज से छोड़े गए पानी ने हालात फिर से बिगाड़ दिए। फिलहाल एक दर्जन से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में हैं।



नाव और ट्यूब बने सहारा

ब्रजघाट के गंगानगरी निवासी अशोक कुमार ने बताया कि आने-जाने के लिए अब नाव और ट्यूब का सहारा लेना पड़ रहा है। सड़कें और गलियां जलमग्न हो चुकी हैं। गांवों में संपर्क व्यवस्था लगभग ठप पड़ी है।

जलस्तर में और गिरावट की संभावना

केंद्रीय जल आयोग के गेज रीडर आबाद आलम ने जानकारी दी कि गंगा का जलस्तर शुक्रवार को 198.80 मीटर (समुद्र तल से) रिकॉर्ड किया गया है, जो गुरुवार के मुकाबले 20 सेंटीमीटर कम है। यदि मौसम अनुकूल रहा, तो जलस्तर में और गिरावट की उम्मीद है।



प्रशासन कर रहा निगरानी

एसडीएम श्रीराम सिंह ने बताया कि प्रशासनिक टीमें लगातार क्षेत्र का निरीक्षण कर रही हैं। बाढ़ प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता पहुंचाई जा रही है। हालात पर लगातार नजर बनी हुई है।