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उर्वरक और कीटनाशक कारोबार में गड़बड़ी, दो नामी फर्मों का लाइसेंस रद्द


हापुड़। जिले में कीटनाशक और उर्वरक के कारोबार में संलिप्त दो बड़ी कंपनियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। कृषि विभाग की जांच में अनियमितताएं पाए जाने के बाद दुर्गा ट्रेडिंग कंपनी और नीलकंठ कंपनी के कीटनाशक बिक्री के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं। विभाग ने मामले में गंभीर आरोपों के साथ 60 पन्नों की तकनीकी रिपोर्ट तैयार कर कोर्ट में वाद दायर कर दिया है।


भारी मात्रा में बिना अनुमति के कीटनाशक मिलने का आरोप

शिकायतों के आधार पर की गई जांच में इन फर्मों के गोदामों से ऐसे कीटनाशक बरामद हुए जिनकी बिक्री के लिए वैध दस्तावेज या प्रिंसिपल सर्टिफिकेट उपलब्ध नहीं थे। साथ ही कई ब्रांडेड कंपनियों के उत्पादों के भी नमूने भरकर जांच के लिए भेजे गए हैं। इन नमूनों की रिपोर्ट अभी लंबित है।

पिछले सप्ताह उर्वरक घोटाले में भी आई थीं फर्में जांच के घेरे में

गौरतलब है कि बीते दिनों कृषि विभाग ने जिले में अनुदानित यूरिया के अनाधिकृत भंडारण और आपूर्ति को लेकर भी छापेमारी की थी। उस दौरान दुर्गा ट्रेडिंग, चेतन प्रकाश एंड कंपनी और साईं ट्रेडिंग कंपनी जैसी प्रतिष्ठित फर्मों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए फर्टिलाइजर लाइसेंस निलंबित किए गए थे।



किसान की शिकायत बनी बड़ी कार्रवाई का आधार

लालपुर निवासी एक किसान ने कीटनाशक की गुणवत्ता को लेकर जिला कृषि अधिकारी को शिकायत दी थी। इस पर जिला कृषि अधिकारी गौरव प्रकाश के नेतृत्व में टीम ने दुर्गा ट्रेडिंग के गोदाम पर दोबारा छापा मारा। जांच में भारी मात्रा में ऐसा माल मिला जिसकी बिक्री वैधानिक मानकों का उल्लंघन कर रही थी।

सैंपलों की रिपोर्ट का इंतजार, जांच में तकनीकी अड़चनें

प्राप्त जानकारी के अनुसार, जांच के लिए नमूने जिन सरकारी प्रयोगशालाओं में भेजे गए हैं, उनमें से एक लैब ने कुछ कीटनाशकों की जांच करने में असमर्थता जताते हुए सैंपल लौटा दिए हैं। अब उन्हें अन्य लैब में भेजा गया है, जिससे जांच प्रक्रिया में देर हो रही है।



कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल, डीएम को भी दी जानकारी

जिला कृषि अधिकारी ने मामले से जुड़ी विस्तृत तकनीकी रिपोर्ट कोर्ट में प्रस्तुत कर दी है, साथ ही करीब 20 पृष्ठों की कार्रवाई रिपोर्ट जिलाधिकारी को भी भेजी गई है। अधिकारियों का कहना है कि जब तक सैंपलों की अंतिम रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक अन्य संबंधित विभागों को भी सतर्क कर दिया गया है।

"जांच में कई स्तरों पर अनियमितताएं पाई गईं। बिना अनुमति के कीटनाशकों की बिक्री और दस्तावेजों की कमी गंभीर मामला है। सभी साक्ष्य एकत्र कर कोर्ट में रिपोर्ट दी गई है।"

— गौरव प्रकाश, जिला कृषि अधिकारी, हापुड़