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हापुड़। ऊर्जा निगम द्वारा हाईटेंशन लाइन की शिफ्टिंग में पुराने खंभों और तारों के हिसाब-किताब को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। आरोप है कि पुराने लोहे के खंभों और तारों को हटाने के बाद जो सामग्री निगम को लौटाई जानी थी, उसे रिकॉर्ड में नाममात्र स्क्रैप बताकर लाखों रुपये की धांधली की गई है। इस मामले की शिकायत निगम के प्रबंध निदेशक (एमडी) से की गई है।
जानकारी के अनुसार, बुलंदशहर रोड पर आबादी के बीच से गुजर रही करीब 800 मीटर लंबी हाईटेंशन लाइन का हाल ही में स्थानांतरण (लाइन शिफ्टिंग) किया गया। यह लाइन पहले लोहे के खंभों पर टिकी थी, जिन्हें हटाकर अब सीमेंट के खंभे लगाए गए हैं। लेकिन आरोप है कि पुरानी सामग्री को जब निगम के रिकॉर्ड में दर्ज किया गया, तो रिसीव कॉलम में सिर्फ 10 से 20 किलोग्राम स्क्रैप दिखाकर खानापूरी कर दी गई।
शिकायतकर्ता आनंद ने बताया कि इतनी लंबी लाइन में लगे खंभे और तारों का वजन सैकड़ों किलोग्राम होता है, लेकिन रिकॉर्ड में जानबूझकर कम वजन दिखाया गया। सबसे बड़ी बात यह है कि इस त्रुटिपूर्ण एस्टीमेट को स्वीकृति भी मिल गई और उसी आधार पर काम शुरू कर दिया गया।
लाइन पार क्षेत्र में भी सामने आईं ऐसी अनियमितताएं
हापुड़ डिवीजन के लाइन पार क्षेत्र में भी इस तरह की शिकायतें सामने आ रही हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार पुराने सामान को स्क्रैप दिखाकर निगम को भारी आर्थिक नुकसान पहुंचाया जा रहा है।
इम्टौरी फीडर से व्यावसायिक कनेक्शन पर सवाल
वहीं, दिल्ली-गढ़ हाईवे के पास इम्टौरी फीडर से एक यूनिपोल विज्ञापन ढांचे और एक अन्य व्यावसायिक इकाई को नलकूप संयोजन से बिजली आपूर्ति देने का मामला भी सामने आया है। अधिशासी अभियंता ने इस मामले में नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। अधिकारी अपनी सफाई में कह रहे हैं कि यह कनेक्शन उनके कार्यभार ग्रहण करने से पहले दिए गए थे, लेकिन रिकॉर्ड विभाग में इसकी पूरी जानकारी मौजूद है।
अनियमितता बर्दाश्त नहीं, जांच के आदेश: एसके अग्रवाल
ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता एसके अग्रवाल ने बताया,
"लाइन शिफ्टिंग से जुड़े एस्टीमेट में रिसीव बैंक कॉलम में हर सामान का स्पष्ट विवरण अनिवार्य है। अगर इसमें किसी तरह की गड़बड़ी पाई गई तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। किसी भी स्तर पर लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"
मुख्य बिंदु:
* 800 मीटर लाइन में महज़ 10 किलो स्क्रैप दिखाया गया
* लोहे के खंभों का जिक्र तक नहीं किया गया
* एमडी से की गई है शिकायत
* इम्टौरी फीडर पर भी बिजली आपूर्ति में नियमों की अनदेखी
* जांच के बाद होगी कार्रवाई
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