HALCHAL INDIA NEWS
हापुड़। जिले में त्योहारों के अवसर पर खाद्य पदार्थों में मिलावट और नकली दवाइयों के उत्पादन-भण्डार पर रोक लगाने के लिए हापुड़ प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाने का निर्णय लिया है। बृहस्पतिवार शाम कलक्ट्रेट सभागार में डीएम अभिषेक पांडेय की अध्यक्षता में हुई बैठक में अधिकारियों को इसका कार्यान्वयन आदेशित किया गया।
डीएम ने बैठक में कहा कि त्योहारी सीजन में उपभोक्ता सुरक्षा सुनिश्चित करना सर्वोपरि है। उन्होंने निर्देश दिए कि बाजारों, मण्डियों और स्ट्रीट-फूड प्वाइंट्स का निरीक्षण तेज किया जाए और संदिग्ध वस्तुओं के नमूने लेकर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाए। डीएम ने स्पष्ट कहा कि मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
निरीक्षण, सीज और नष्ट करने के आदेश
बैठक में यह तय किया गया कि जहां भी खाद्य या औषधि संदिग्ध पाए जाएंगी, वहां के स्टॉक को सीज कराकर आवश्यक जांच के बाद नष्ट कर दिया जाएगा। साथ ही लोगों की चेतना बढ़ाने के लिए जन-गणना व सूचना अभियान भी चलाया जाएगा ताकि उपभोक्ता सावधान रहें।
स्ट्रीट वेंडरों का पंजीकरण अनिवार्य
अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि जिले भर के स्ट्रीट फूड विक्रेता खाद्य सुरक्षा के अंतर्गत पंजीकृत किए जाएं और सभी खाद्य प्रतिष्ठानों पर वैध पंजीकरण प्रमाणपत्र प्रदर्शित करना अनिवार्य होगा। इससे ग्राहकों को यह पता चल सकेगा कि वे किस मानक के अनुरूप भोजन खरीद रहे हैं।
ऑक्सीटोसिन के दुरुपयोग पर नियंत्रण
बैठक में पशु चिकित्सा उपयोग के लिए निर्धारित ऑक्सीटोसिन दवाओं की अनियंत्रित बिक्री और पशुओं में उनके दुरुपयोग पर भी चिंता जताई गई। डीएम ने निर्देश दिए कि इसकी बिक्री पर कड़ी निगरानी रखी जाए और अवैध उपयोग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
कौन-कौन मौजूद रहे
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु गौतम, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील कुमार त्यागी, जिला आबकारी अधिकारी प्रकाश सिंह के अलावा स्थानीय व्यापारी प्रतिनिधि एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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