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टैक्स वृद्धि पर तल्ख माहौल — पालिका व सभासद गतिरोध में फंसे, व्यापारियों में रोष

 


HALCHAL INDIA NEWS

हापुड़। शहर के लगभग 47 हजार भवनों पर लगने वाले संपत्ति कर के मसले पर सोमवार से तीन दिन गुज़रने के बाद भी पालिका और सभासदों के बीच सहमति नहीं बन पाई। बुधवार को तय बैठक न होने से व्यापार एवं नागरिक संगठनों में असंतोष फैल गया है। मामला तब गरमा गया जब चर्चा चली कि प्रति वर्ग फुट कर में पाँच पैसे की और वृद्धि की जा सकती है, जिसे नागरिक और elected प्रतिनिधि निंदनीय बता रहे हैं।

पलिका अधिकारियों के बीच इन दिनों लगातार सुझाव-विमर्श जारी है, पर सार्वजनिक रिपोर्ट या कोई आधिकारिक प्रस्ताव अभी तक घोषित नहीं हुआ। व्यापारिक वर्ग का कहना है कि प्रशासन पारदर्शी होकर जून 2024 के शासनादेश के अनुरूप ही कर निर्धारण करे और मनमानी बढ़ोतरी न सहन की जाए।



आरोप-प्रत्यारोप और विरोध

व्यापारी सुरक्षा फोरम के जिलाध्यक्ष अरुण गर्ग ने स्पष्ट किया कि हालिया शासन निर्देशों के अनुसार ही कार्य किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “शहरवासी पहले से ही ऊँचा कर दे रहे हैं; बिना व्यापक चर्चा के और वृद्धि स्वीकार्य नहीं होगी।” कई सभासदों ने भी इस प्रस्ताव का त्योहारों के समय जनता पर अतिरिक्त बोझ बताकर विरोध जताया।

सभासद नितिन पाराशर, विकास दयाल और अमित शर्मा ने बताया कि पिछले दौर में कर वृद्धि पर नगर निगम के आदेश पालिका क्षेत्र में लागू कर दिए गए थे और इससे लोग पहले ही अतिरिक्त भुगतान कर रहे हैं। यदि अब प्रति वर्ग फुट पाँच पैसे और लगाया गया तो यह सीधे जनता के हित के खिलाफ होगा।



स्थिति की सच्चाई

  • अधिकारी अभी भी कर दरों पर विचार-मंथन कर रहे हैं; सार्वजनिक बैठक नहीं हुई।

  • व्यापारिक संगठन और सभासद पारदर्शिता व शासनादेश के पालन की मांग कर रहे हैं।

  • नगर पालिका की कोई औपचारिक घोषणा अभी सार्वजनिक नहीं हुई है, जिस कारण असमंजस बना हुआ है।