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उत्तराखंड में बादल फटने से गढ़ खादर में बाढ़ का खतरा, प्रशासन सतर्क


HALCHAL INDIA NEWS

हापुड़। उत्तराखंड में बादल फटने की खबर के बाद हापुड़ जनपद के गढ़ खादर क्षेत्र में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। बीते दो महीनों में दो बार बाढ़ की मार झेल चुके ग्रामीण अब तीसरी बार संभावित आपदा को लेकर बेहद चिंतित हैं।

बिजनौर बैराज से छोड़ा गया पानी, बढ़ा खतरा

मंगलवार देर शाम बिजनौर बैराज से करीब 1.84 लाख क्यूसेक पानी गंगा नदी में छोड़ा गया है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, यह पानी बुधवार सुबह तक ब्रजघाट के पास गंगा में उफान ला सकता है। इससे निचले इलाकों में पानी भरने और फसलों को नुकसान की आशंका जताई जा रही है।



ग्रामीणों की चिंता फिर बढ़ी

चक लठीरा, कासमपुर, बैरमगढ़ी, बक्सर, दौलतपुर सहित खादर क्षेत्र के कई गांवों में लोग फिर से नदी की धार और जलस्तर पर नजरें टिकाए हुए हैं। चक लठीरा के ग्राम प्रधान निरंजन सिंह राणा ने कहा:

“पहले दो बार की बाढ़ में काफी नुकसान हो चुका है। खेतों में जो थोड़ी-बहुत फसल बची थी, अब वह भी संकट में दिख रही है।”

प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

एसडीएम श्रीराम यादव ने बताया कि उत्तराखंड में हुई बारिश और बैराज से छोड़े गए पानी को लेकर पूरी निगरानी रखी जा रही है।

“गंगा किनारे बसे गांवों में राजस्व टीमों और लेखपालों को अलर्ट पर रखा गया है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तहसील प्रशासन तैयार है।”



नदी के जलस्तर पर पैनी नजर

तहसील प्रशासन ने नदी के जलस्तर की लगातार निगरानी करने के निर्देश जारी किए हैं। साथ ही, जरूरत पड़ने पर तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू करने की रणनीति भी तैयार है।