HALCHAL INDIA NEWS
हापुड़ । जिले में हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसे जीवनशैली से जुड़ी रोग तेजी से पैर पसार रहे हैं। सरकारी अस्पतालों में अब ऐसे मरीजों के लिए विशेष परामर्श सेवाएं शुरू की जा रही हैं, ताकि दवाओं के साथ-साथ उन्हें सही दिनचर्या और खानपान के बारे में जागरूक किया जा सके।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. सुनील त्यागी ने बताया कि पिछले कुछ समय में मधुमेह और उच्च रक्तचाप के मरीजों की संख्या में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। इनमें बड़ी संख्या ऐसे लोगों की है जो घरेलू इलाज या बिना डॉक्टर की सलाह वाली दवाओं से अपनी सेहत और ज्यादा बिगाड़ रहे हैं।
🔍 कारण और निदान
डॉ. त्यागी के अनुसार, मधुमेह कई बार परिवारिक (अनुवांशिक) कारणों से होता है, लेकिन अधिकांश मामले गलत खानपान, तनाव और निष्क्रिय जीवनशैली के चलते सामने आ रहे हैं।
उन्होंने बताया कि:
"हर दिन औसतन 10 से अधिक मरीज जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर डायबिटीज और बीपी की समस्या लेकर पहुंच रहे हैं। अब ऐसे मरीजों को समुचित जांच के साथ-साथ नियमित काउंसलिंग भी दी जाएगी।"
🩺 इलाज से पहले परामर्श
स्वास्थ्य विभाग की नई पहल के तहत:
* बॉर्डरलाइन मरीजों को पहले काउंसलिंग के ज़रिए नियंत्रित करने की कोशिश की जाएगी।
* गंभीर मामलों में दवाओं के साथ-साथ खानपान, योग और दिनचर्या सुधार की सलाह दी जाएगी।
* काउंसलर मरीजों की समय-समय पर निगरानी करेंगे, ताकि बीमारी बढ़ने से पहले ही काबू में लाई जा सके।
स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि यदि मरीज समय रहते जीवनशैली में सुधार करें, तो दवाओं पर निर्भरता काफी हद तक कम की जा सकती है।
Social Plugin