Ticker

6/recent/ticker-posts

Header logo

हापुड़ में प्रदूषण का नया रिकॉर्ड, AQI 400 के पार


HALCHAL INDIA NEWS

हापुड़: जिले में सोमवार को हवा की गुणवत्ता इस साल के सबसे खराब स्तर पर पहुंच गई। एक्यूआई 400 के पार जाने के कारण लोगों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ा। सरकारी अस्पतालों में आंख और गले की शिकायतों वाले लगभग 120 मरीज पहुंचे, वहीं अस्थमा के रोगियों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी। यह स्थिति तब है जब जिले में GRAP के तीसरे चरण की पाबंदियां लागू हैं।

रविवार देर रात से छाई धुंध के चलते प्रदूषण और बढ़ गया। स्मॉग के कारण दूर तक देख पाना मुश्किल हो गया और घर से बाहर निकलते समय लोग आंखों और गले में जलन जैसी समस्याओं से जूझ रहे थे।

नेत्र विशेषज्ञ दुष्यंत बंसल के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में आंखों से जुड़ी शिकायतों में करीब 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने लोगों से सलाह दी है कि केवल जरूरी काम के लिए ही घर से बाहर निकलें और हमेशा मास्क पहनें। गर्भवती महिलाएं और छोटे बच्चे इस समय विशेष रूप से संवेदनशील हैं।

मौसम विशेषज्ञ डॉ. हंसराज सिंह ने बताया कि ठंडी हवाओं और बढ़ी नमी के कारण प्रदूषक कण लंबे समय तक हवा में बने रहते हैं। सोमवार को अधिकतम तापमान 24 डिग्री और न्यूनतम 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

सीएमओ डॉ. सुनील कुमार त्यागी ने कहा कि घर की खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें, बीमार लोग घर से बाहर न निकलें और सामान्य लोग भी मास्क पहनकर ही बाहर जाएं। घर के आसपास पानी का छिड़काव करना भी फायदेमंद होगा।

हालांकि GRAP तीन की पाबंदियां लागू हैं, लेकिन इसका असर जमीन पर स्पष्ट नहीं दिख रहा। निर्माण कार्य जारी हैं, खुले में कूड़े में आग लगाई जा रही है और निर्माण सामग्री सड़कों के किनारे पड़ी है। फैक्ट्रियों की चिमनियां लगातार धुआं छोड़ रही हैं, जबकि इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही।

एडीएम संदीप सिंह ने कहा कि प्रदूषण के कारणों का पता लगाकर पाबंदियों का सही पालन सुनिश्चित किया जाएगा और किसी भी विभाग की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।