HALCHAL INDIA NEWS
हापुड़। जिले में बिजली बिल राहत योजना की पात्रता सूची में शामिल लगभग 60 हजार उपभोक्ताओं का डाटा अचानक पोर्टल से गायब हो गया है। इसके कारण ये उपभोक्ता योजना के लाभ से वंचित रह गए हैं। अब योजना का लाभ केवल 20 हजार उपभोक्ताओं को ही मिल रहा है, जबकि कुल सूची में 80 हजार उपभोक्ता शामिल थे।
योजना और बकाया
जिले के तीनों डिवीजन में
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1 किलोवाट के व्यावसायिक और 2 किलोवाट के घरेलू उपभोक्ताओं पर कुल 92 करोड़ रुपये का बकाया है।
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बिजली चोरी का जुर्माना 42 करोड़ रुपये से अधिक है।
शुरुआत में योजना में लगभग 81,326 उपभोक्ताओं को शामिल किया गया था।
पोर्टल गड़बड़ी से उपभोक्ताओं की परेशानी
योजना 1 दिसंबर से लागू है, लेकिन पोर्टल में अधिकांश उपभोक्ताओं का डाटा नहीं दिख रहा। बिजलीघर और बिल काउंटर पर आए लोग पंजीकरण नहीं कर पा रहे हैं। घंटों इंतजार के बाद भी कई उपभोक्ता खाली हाथ लौट रहे हैं।
अधिकारी क्या कह रहे हैं
अधिकारी बता रहे हैं कि योजना में दो श्रेणियाँ बनाई गई हैं।
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शहरी क्षेत्र में 150 रुपये से कम बिल वाले उपभोक्ता
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ग्रामीण क्षेत्र में 100 रुपये से कम बिल वाले उपभोक्ता
इस चरण से बाहर किए गए हैं। यह निर्णय स्थानीय स्तर से नहीं, बल्कि ऊपर से लागू किया गया।
योजना तीन चरणों में चलाई जा रही है। पहले चरण में मूलधन पर 25% छूट दी गई थी, लेकिन पोर्टल की गड़बड़ी के कारण अधिकांश उपभोक्ताओं को लाभ नहीं मिल पाया। प्रकरण उच्च अधिकारियों के संज्ञान में है, लेकिन पोर्टल में सुधार न होने तक 60 हजार पात्र उपभोक्ताओं को योजना में नहीं जोड़ा जा सकेगा।


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