HALCHAL INDIA NEWS
हापुड़। जिले में वायु प्रदूषण लगातार गंभीर स्तर पर बना हुआ है। एनसीआर के बड़े महानगरों—दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद—के पास होने के बावजूद हापुड़ शुक्रवार को भी देश का सबसे प्रदूषित शहर बना रहा। सीपीसीबी की शाम चार बजे जारी रिपोर्ट में शहर का एक्यूआई 372 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है।
धीमी हवा से बढ़ी परेशानी
शुक्रवार को वायु प्रदूषण में 36 अंकों की बढ़ोतरी दर्ज की गई। दिनभर हवा की गति करीब 6 किमी प्रति घंटा रहने के कारण प्रदूषक कण वातावरण में ही अटके रहे, जिससे प्रदूषण रात तक बढ़ता गया। विशेषज्ञों के अनुसार शनिवार को भी एयर क्वालिटी में सुधार की संभावना कम है।
लोगों के स्वास्थ्य पर दिख रहा असर
प्रदूषित हवा के कारण आंखों में जलन, गले में खराश और सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं। डॉक्टरों का कहना है कि बुजुर्ग, बच्चे और अस्थमा के मरीज अधिक सतर्क रहें, क्योंकि उनके लिए यह स्थिति और अधिक खतरनाक हो सकती है। अस्पतालों में खांसी और गले की समस्या वाले मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
प्रदूषण बढ़ने के मुख्य कारण
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सड़कों पर नियमित पानी का छिड़काव न होना
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कूड़े-कचरे का जलना
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औद्योगिक इकाइयों से निकलता धुआँ
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वाहनों का भारी उत्सर्जन
सप्ताह भर ऐसे बिगड़ा एक्यूआई
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1 दिसंबर: AQI – 324
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2 दिसंबर: AQI – 379
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3 दिसंबर: AQI – 363
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4 दिसंबर: AQI – 336
लगातार एक सप्ताह से हवा ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
प्रदूषण नियंत्रण विभाग के सहायक अभियंता विपुल कुमार के अनुसार हवा की गति कम रहने से प्रदूषण बढ़ रहा है। जैसे ही हवा तेज चलेगी, AQI में सुधार देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि जिले में GRAP के नियमों का पालन किया जा रहा है।

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