HALCHAL INDIA NEWS
हापुड़। जिले में बिजली आपूर्ति को बेहतर बनाने की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया है। हापुड़ और पिलखुवा डिवीजन के सात बिजलीघरों की क्षमता बढ़ाने की योजना को हरी झंडी मिल गई है। इस कार्य के लिए 762 लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है। विभागीय अफसरों ने इस दिशा में तैयारी भी शुरू कर दी है।
वर्तमान में जिले में तीन विद्युत वितरण डिवीजन—हापुड़, पिलखुवा और गढ़मुक्तेश्वर कार्यरत हैं। यहां कुल 51 विद्युत उपकेंद्रों के माध्यम से करीब सवा तीन लाख उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति की जा रही है। गर्मियों के दौरान लोड बढ़ने से कई क्षेत्रों में ट्रिपिंग और कम वोल्टेज की समस्या बनी रहती है।
इन बिजलीघरों की क्षमता होगी दोगुनी
बिजली निगम द्वारा तैयार प्रस्ताव के अनुसार, हापुड़ और पिलखुवा के सात उपकेंद्रों की क्षमता में वृद्धि की जाएगी। इन उपकेंद्रों की मौजूदा क्षमता 15 से 28 एमवीए के बीच है, जिसे बढ़ाकर उपभोक्ताओं को स्थिर और निर्बाध आपूर्ति दी जाएगी। अनुमान है कि इससे करीब 40 हजार घरेलू और औद्योगिक उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचेगा।
बदले जाएंगे जर्जर खंभे और लाइनें
योजना के तहत जर्जर हो चुकी बिजली लाइनों को बदला जाएगा, साथ ही पुराने और क्षमता से कम ट्रांसफॉर्मरों को भी दुरुस्त किया जाएगा। आवश्यकता के अनुसार नए ट्रांसफार्मर भी लगाए जाएंगे। इसके अलावा खंभों की मरम्मत व बदली का कार्य भी किया जाएगा।
निविदा प्रक्रिया जल्द शुरू होगी
इस परियोजना को अमल में लाने के लिए जल्द ही निविदा प्रक्रिया शुरू की जाएगी। पावर ट्रांसफॉर्मरों की मांग भेजी जा चुकी है। अधिकारियों का कहना है कि कार्य को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा, जिससे उपभोक्ताओं को जल्द राहत मिल सके।
एस.के. अग्रवाल, अधीक्षण अभियंता, पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने बताया—
“जिले के सात उपकेंद्रों की क्षमता बढ़ाने को मंजूरी मिल गई है। इससे बिजली आपूर्ति व्यवस्था मजबूत होगी और उपभोक्ताओं को निर्बाध सेवा मिलेगी। कार्य जल्द शुरू कर दिया जाएगा।”
क्या होगा फायदा?
* करीब 1.20 लाख घरों और औद्योगिक क्षेत्र को होगा लाभ
* गर्मियों में कम वोल्टेज और ट्रिपिंग की समस्या से राहत
* औद्योगिक इकाइयों को निर्बाध बिजली आपूर्ति मिलने की उम्मीद

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