HALCHAL INDIA NEWS
हापुड़। जिले में मौसम में आ रहे उतार-चढ़ाव का असर अब लोगों की सेहत पर दिखने लगा है। खासकर बच्चों और बुजुर्गों में नाक, कान और गले से संबंधित बीमारियों के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में हर दिन 150 से ज्यादा मरीज इसी श्रेणी में इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। इसके अलावा बुखार, डायरिया और चर्म रोगों के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं।
अचानक बढ़ा ओपीडी का दबाव
चिकित्सकों का कहना है कि बीते कुछ दिनों में सामान्य रोगों के मरीजों की संख्या में करीब 50 फीसदी तक इजाफा हुआ है।
गले में खराश, कान का दर्द और वायरल बुखार आम शिकायत बन गई है। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि मौसम का अस्थिर मिजाज, खानपान में लापरवाही और स्वच्छता के प्रति असावधानी इसकी प्रमुख वजहें हैं।
चिकित्सकों की राय: सावधानी ही बचाव
ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. मोहिनी सिंह का कहना है कि गले और कान के संक्रमण में तेजी आई है।
“ठंडे, खट्टे पदार्थों का सेवन और धूल-धुएं के संपर्क में आने से बचना चाहिए। समय पर इलाज न होने पर संक्रमण गले से फैलकर बुखार और अन्य जटिलताओं का रूप ले सकता है।” — डॉ. मोहिनी सिंह
वायरल बुखार में गिर रही प्लेटलेट्स
सीएचसी में कार्यरत फिजीशियन डॉ. अशरफ अली ने बताया कि मौसमी वायरल के चलते कई मरीजों में प्लेटलेट्स गिरने की शिकायत आ रही है। हालांकि उन्होंने इसे सामान्य बताया और लोगों से घबराने की बजाय समय पर जांच व उपचार कराने की सलाह दी।
"लोग झोलाछाप डॉक्टरों के झांसे में आकर गलत दवाइयां खा रहे हैं, जिससे हालत और बिगड़ रही है। ऐसे मरीजों को भर्ती तक करना पड़ रहा है।"
त्वचा रोग भी बढ़े, स्कैबीज और फंगल इंफेक्शन के मामले अधिक
त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. अमरजीत सिंह ने बताया कि बरसात और उमस के कारण फंगल इंफेक्शन, स्कैबीज और एलर्जी जैसी त्वचा संबंधी समस्याएं बढ़ गई हैं।
“ये रोग संक्रामक होते हैं, इसलिए संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाना जरूरी है। इलाज केवल विशेषज्ञ की सलाह पर ही लें।”
बचाव के उपाय:
* ठंडे व बासी खाद्य पदार्थों से परहेज करें
* साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें
* भीड़भाड़ वाले स्थानों में मास्क पहनें
* झोलाछाप डॉक्टरों से बचें, प्रशिक्षित चिकित्सक से ही सलाह लें
* खुद से दवा लेने की बजाय विशेषज्ञ से परामर्श करें
स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी
स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट किया है। बीमारियों के फैलाव को रोकने के लिए सामुदायिक जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं। विभाग ने लोगों से अपील की है कि किसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करें और तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं।
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