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जीएसटी के नए स्लैब से ईंट‑भट्ठा व्यवसाय पर असर, व्यापारियों ने दिया ज्ञापन


HALCHAL INDIA NEWS

हापुड़। जिला हापुड़ ईंट निर्माता समिति ने शुक्रवार को जीएसटी में आए बदलाव के खिलाफ प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम संदीप कुमार को सौंपा। व्यापारियों का कहना है कि कोयले पर बढ़ाई गई कर दर से लाल‑ईंट के उत्पादन की लागत बढ़ेगी और छोटे ठठ्ठों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।

समिति के अध्यक्ष विजय कुमार गोयल ने बताया कि ईंट भट्टे ग्रामों में मौसमी कुटीर उद्योग के रूप में स्थानीय लोगों को रोजगार देते हैं और शहरी पलायन को रोकने में मदद करते हैं। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त को हुए बदलावों और 3 सितंबर को हुई जीएसटी काउंसिल की बैठक के बाद भी लाल ईंट पर अब तक 12 प्रतिशत ही जीएसटी लागू दिख रहा है, लेकिन उत्पादन में प्रयुक्त कोयले पर 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 18 प्रतिशत तक कर दर रखने का प्रस्ताव व्यापारियों के लिए घातक होगा।



समिति के महामंत्री प्रदीप कुमार गुप्ता ने कहा, “कोयला ईंट‑निर्माण का मुख्य ईंधन है। उसकी पर जीएसटी बढ़ा दिया गया तो भट्ठा मालिकों की लागत बढ़ेगी और अंतिम उपभोक्ता भी महंगाई झेलेगा। सरकार से मांग है कि कोयले पर बढ़ी दर को वापस लिया जाए।”

ज्ञापन सौंपने के समय मास्टर नोजर, मनीष, अनीश प्रधान, राजेश प्रधान, राजीव दादू तथा संजय दादू समेत कई व्यापारिक प्रतिनिधि मौजूद रहे। समिति ने चेतावनी भी दी है कि यदि व्यवस्थात्मक राहत नहीं मिली तो आगे संघर्ष के विकल्पों पर विचार किया जाएगा।