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जन आरोग्य मेलों में उमड़े मरीज, डॉक्टरों ने दी सावधानी बरतने की सलाह
हापुड़। शहर की हवा में लगातार बढ़ रहे धूल और धुएं के स्तर का असर अब लोगों के स्वास्थ्य पर दिखाई देने लगा है। रविवार को आयोजित जन आरोग्य शिविरों में आंखों में जलन, सांस लेने में परेशानी और गले में खराश जैसी शिकायतों के साथ बड़ी संख्या में लोग इलाज कराने पहुंचे। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, इस तरह की समस्याओं से 250 से अधिक मरीज पंजीकृत किए गए, जिनमें कई को सीएचसी व जिला अस्पताल भेजा गया।
वायु गुणवत्ता बिगड़ने से बढ़ी दिक्कतें
जिले में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 350 के पार पहुंच गया है। रात और सुबह के समय धुंध और प्रदूषण के कारण वातावरण में नमी और धूल के कण घुल जाते हैं, जिससे लोगों को आंखों में जलन, पानी आना और लालपन जैसी दिक्कतें हो रही हैं। जिला अस्पताल और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में रोजाना 100 से अधिक मरीज आंखों और सांस संबंधी बीमारियों के इलाज के लिए पहुंच रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने दी चेतावनी
सीएमओ डॉ. सुनील त्यागी ने बताया कि मौसमी बदलाव और प्रदूषण के कारण आंखों में संक्रमण और एलर्जी तेजी से फैल रही है। समय पर इलाज न कराने पर यह दृष्टि को नुकसान पहुंचा सकता है। उन्होंने कहा कि बिना चिकित्सक की सलाह के आई ड्रॉप या दवाओं का इस्तेमाल न करें और आंखों की सफाई का विशेष ध्यान रखें।
डॉ. त्यागी ने लोगों को सलाह दी कि बाहर निकलते समय धूल से बचने के लिए चश्मा पहनें, दिन में कई बार आंखों को साफ पानी से धोएं, और संतुलित आहार व पर्याप्त नींद लें।
अन्य बीमारियों के मरीजों की भी बढ़ी संख्या
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, जन आरोग्य मेलों में विभिन्न रोगों से ग्रस्त मरीज भी बड़ी संख्या में पहुंचे। इनमें बुखार के 250, चर्म रोग के 180, डायरिया के 55, मांसपेशियों में दर्द के 342, और नजला-खांसी के 300 से अधिक मरीज शामिल रहे।
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