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बढ़ते प्रदूषण से सांसें हुईं भारी, हवा में घुला जहर बन रहा खतरा


HALCHAL INDIA NEWS

हापुड़। जिले की हवा इन दिनों लगातार जहरीली होती जा रही है। ग्रेप (ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान) का तीसरा चरण लागू होने के बावजूद शहर में प्रदूषण नियंत्रण के नियमों की अनदेखी जारी है। बुधवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 355 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है।

सड़कों पर उड़ती धूल, जगह-जगह जलता कूड़ा और फैक्ट्रियों से उठता धुआं शहर की हवा को और अधिक दूषित कर रहा है। खुले में रखी निर्माण सामग्री और कचरा जलाने की घटनाओं ने हालात को और बिगाड़ दिया है। इसके बावजूद जिम्मेदार विभागों की कार्रवाई सिर्फ कागजों तक सीमित दिख रही है।

लगातार बढ़ते प्रदूषण का असर लोगों की सेहत पर दिखने लगा है। पिछले कुछ दिनों से हवा की गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर बनी हुई है, जिसके कारण आंखों में जलन, गले में खराश और सांस लेने में दिक्कतें आम हो गई हैं। अस्पतालों में सांस और एलर्जी के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है।

बुधवार को दर्ज आंकड़ों के अनुसार, पीएम 2.5 का स्तर 355 तक पहुंच गया, जिससे साफ है कि धूल के महीन कण प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण बन रहे हैं।

एडीएम संदीप कुमार ने बताया कि प्रदूषण नियंत्रण विभाग की ओर से ग्रेप के तहत नियमों का पालन कराया जा रहा है। नगर पालिका को सड़कों पर नियमित पानी छिड़कने और धूल कम करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जहां भी नियमों का उल्लंघन होगा, वहां कड़ी कार्रवाई की जाएगी।