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हापुड़। नगरवासियों को जल्द ही जल संकट से निजात मिलने की उम्मीद है। प्रदेश सरकार ने 110 करोड़ रुपये की लागत वाली पेयजल परियोजना को हरी झंडी दे दी है। जल निगम नगरीय को इसी माह योजना का टेंडर जारी करने के निर्देश दे दिए गए हैं। अधिकारियों का लक्ष्य है कि अक्टूबर तक सभी औपचारिकताएं पूरी कर निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाए।
अमृत योजना 2.0 के अंतर्गत प्रस्तावित इस योजना से शहर के तकरीबन 120 से अधिक मोहल्लों में पेयजल नेटवर्क को मजबूत किया जाएगा। इसके तहत 253 किलोमीटर लंबी नई पाइपलाइन बिछाई जाएगी, साथ ही 12 ओवरहेड टैंक और 30 नए नलकूपों का निर्माण भी प्रस्तावित है।
नए और पुराने इलाकों को मिलेगा लाभ
इस परियोजना के माध्यम से दिल्ली रोड और बुलंदशहर रोड पर तहसील क्षेत्र को छोड़कर शेष पूरे शहरी क्षेत्र में पाइपलाइन बिछाई जाएगी। लंबे समय से जल आपूर्ति की समस्या से जूझ रहे नागरिकों को इससे राहत मिलने की पूरी संभावना है।
पानी की मौजूदा स्थिति चिंताजनक
नगर पालिका परिषद के अनुसार, शहर में प्रतिदिन प्रति व्यक्ति करीब 140 लीटर पानी की आवश्यकता होती है, लेकिन मौजूदा संसाधनों के चलते केवल 95 से 110 लीटर तक ही आपूर्ति हो पा रही है। तीन लाख की आबादी वाले शहर के लिए यह आपूर्ति पर्याप्त नहीं मानी जा रही।
30 वर्षों तक नहीं करनी होगी पाइपलाइन की掘ाई
जल निगम अधिकारियों का कहना है कि योजना के पूर्ण होते ही अगले तीन दशक तक पेयजल लाइन को लेकर किसी बड़े कार्य की आवश्यकता नहीं होगी। यह परियोजना ना सिर्फ मौजूदा इलाकों को लाभ देगी, बल्कि नए विकसित कॉलोनियों को भी कवर करेगी।
क्या बोले अधिकारी?
"योजना की स्वीकृति मिल चुकी है। इस माह टेंडर प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी और कोशिश है कि अक्टूबर से कार्य शुरू कर दिया जाए। इससे शहर की वर्षों पुरानी जल समस्या का समाधान हो सकेगा।"
— अमीरुल हसन, अधिशासी अभियंता, जल निगम नगरीय
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