HALCHAL INDIA NEWS
हापुड़। बालिकाओं के सुरक्षित भविष्य और शिक्षा को प्राथमिकता देने के उद्देश्य से मिशन शक्ति 5.0 अभियान के तहत गुरुवार को विकास भवन में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बाल विवाह से रेस्क्यू की गई बच्चियों और उनके परिवारजनों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिला विकास अधिकारी देवेंद्र प्रताप ने बाल विवाह की सामाजिक और कानूनी गंभीरता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि बाल विवाह न केवल बालिकाओं के अधिकारों का हनन है, बल्कि यह एक दंडनीय अपराध भी है। उन्होंने उपस्थित अभिभावकों को बाल विवाह न करने और बेटियों को पढ़ाने की सार्वजनिक शपथ दिलाई।
डीडीओ ने बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 की जानकारी साझा करते हुए कहा कि समाज को इस कुप्रथा के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना होगा। उन्होंने अपील की कि परिजन बेटियों के बेहतर भविष्य के लिए उन्हें समय से पहले शादी के बंधन में न बांधें और उनकी शिक्षा पर विशेष ध्यान दें।
अभिभावकों ने लिया संकल्प
कार्यक्रम में शामिल सभी अभिभावकों और किशोरियों ने सामूहिक रूप से शपथ ली कि वे ना तो अपने बच्चों का समयपूर्व विवाह करेंगे और ना ही अपने आस-पास होने वाले बाल विवाह को नजरअंदाज करेंगे। बल्कि ऐसी घटनाओं का सक्रिय रूप से विरोध करेंगे और प्रशासन को सूचित करेंगे।
उपस्थित अधिकारीगण:
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जिला प्रोबेशन अधिकारी – स्मिता सिंह
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सहायक श्रमायुक्त – सर्वेश कुमारी
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जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी – सुनीता मंदार
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जिला कार्यक्रम अधिकारी – आभा सिंह
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परामर्शदाता – रविता
कार्यक्रम के अंत में अधिकारियों ने बालिकाओं और उनके परिजनों को जागरूक करने के लिए विभागीय योजनाओं की जानकारी भी दी और उन्हें आश्वस्त किया कि शासन स्तर से बेटियों के हित में हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
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