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ठंड और धुंध का बढ़ता असर, सांस के मरीजों की हालत हुई नाजुक


HALCHAL INDIA NEWS

हापुड़। शुरुआती सर्दी ने सांस संबंधी बीमारियों से जूझ रहे लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। खासकर फेफड़ों की टीबी से पीड़ित और ठीक हो चुके मरीज रात के समय अधिक खांसी, सीने में जकड़न और दम घुटने जैसी समस्या से जूझ रहे हैं। कई बुजुर्गों को स्थिति गंभीर होने पर अस्पताल में भर्ती कर इलाज दिया जा रहा है। अस्थमा के रोगियों में भी दिक्कतें तेजी से बढ़ी हैं।

सर्द हवाओं के साथ प्रदूषण का स्तर भी लगातार ऊपर जा रहा है। हवा में मौजूद महीन धूलकण सांस के रास्ते फेफड़ों तक पहुंचकर परेशानी बढ़ा रहे हैं। जिले में बड़ी संख्या में बुजुर्ग टीबी से प्रभावित हैं, जिनमें 60 वर्ष से अधिक आयु वाले मरीज अधिक शामिल हैं।

सीएचसी हापुड़ के फिजिशियन डॉ. अशरफ अली के अनुसार, ओपीडी में आने वाले ज्यादातर मरीज सांस फूलने, खांसी तेज होने और सीने में भारीपन की शिकायत कर रहे हैं। कई ऐसे मरीज भी हैं जिनकी टीबी ठीक हो चुकी है, लेकिन फेफड़ों में मौजूद दाग के कारण वे अभी भी खांसी और जकड़न से परेशान हैं।

बच्चों में भी मौसमी बीमारियां तेजी से फैल रही हैं। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. समरेंद्र राय ने बताया कि ओपीडी में कफ, सर्दी, वायरल बुखार और निमोनिया के केस लगातार मिल रहे हैं। कई बच्चों को गंभीर स्थिति में भर्ती करना पड़ रहा है।